आओ मितवा आज डेट पे चलें,
मखमली शाम होगी,
ठंडी हवाएं होंगी,
और होंगी कुछ प्यारी प्यारी बातें,
आओ मितवा आज डेट पे चलें।
कुछ लोग ख़ुशी में
टकराते हैं जाम,
हम चाय का प्याला ही टकरा लेंगे,
और बाटेंगे हमारे सुख दुःख की बातें,
आओ मितवा आज डेट पे चलें।
प्रेम भी एक अजीब खेल है,
पहले तो होता नहीं है,
और फिर जब होता है तो
कंट्रोल नहीं होता।
जमाना भी अजीब खजूर है ,
लिव - इन पर चुप है,
विवाह पर आपेक्ष।
चलो इन सब बातों को भूल
कुछ भली बातें करें
आओ मितवा आज डेट पे चलें।
रिमोट कंट्रोल के जमाने में,
स्वयं पर कंट्रोल नहीं,
पर दूसरों की पसंद-नापसंद
पर नियंत्रण चाहिए,
कभी अलार्म क्लॉक,
कभी मोज़े का साइज़,
कभी टी शर्ट,
और कभी स्लीपिंग आफ्टर सनराइज़,
होती हैं घंटों निरर्थक अनर्गल बातें,
चलो मितवा इन बातों को भूल चलें,
आओ मितवा हम डेट पे चलें।
मखमली शाम होगी,
ठंडी हवाएं होंगी,
और होंगी कुछ प्यारी प्यारी बातें,
आओ मितवा आज डेट पे चलें।
कुछ लोग ख़ुशी में
टकराते हैं जाम,
हम चाय का प्याला ही टकरा लेंगे,
और बाटेंगे हमारे सुख दुःख की बातें,
आओ मितवा आज डेट पे चलें।
प्रेम भी एक अजीब खेल है,
पहले तो होता नहीं है,
और फिर जब होता है तो
कंट्रोल नहीं होता।
जमाना भी अजीब खजूर है ,
लिव - इन पर चुप है,
विवाह पर आपेक्ष।
चलो इन सब बातों को भूल
कुछ भली बातें करें
आओ मितवा आज डेट पे चलें।
रिमोट कंट्रोल के जमाने में,
स्वयं पर कंट्रोल नहीं,
पर दूसरों की पसंद-नापसंद
पर नियंत्रण चाहिए,
कभी अलार्म क्लॉक,
कभी मोज़े का साइज़,
कभी टी शर्ट,
और कभी स्लीपिंग आफ्टर सनराइज़,
होती हैं घंटों निरर्थक अनर्गल बातें,
चलो मितवा इन बातों को भूल चलें,
आओ मितवा हम डेट पे चलें।