आज फिर जलवाफरोश हुए सभी ना,
जुड़वे थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
जो नईम को प्यार से सराहा,
सलीम ने भी चेहरा आगे बढ़ाया,
सकीना से भी जाए रही ना,
दो थे नईम और सलीम, और एक सकीना |
कशिश बरस की छाई थी मन में,
कुछ ऐसे भीगे जुड़वे अगन में,
और अगन में डूबी सकीना,
दो थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
देखते ही बनती थी जुढ़वों की रवानगी,
और भीगी भीगी सकीना की हैरानगी
और हैरान हुई गुलाबों सी हसीना,
दो थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
रह रह के आती थी जुढ़वों की नालिश,
के ज़िन्दगी की थी वोह ही ख्वाहिश,
के ख़ुशी की जन्नत में डूबे और उभरे सकीना,
दो थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
जुड़वे थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
जो नईम को प्यार से सराहा,
सलीम ने भी चेहरा आगे बढ़ाया,
सकीना से भी जाए रही ना,
दो थे नईम और सलीम, और एक सकीना |
कशिश बरस की छाई थी मन में,
कुछ ऐसे भीगे जुड़वे अगन में,
और अगन में डूबी सकीना,
दो थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
देखते ही बनती थी जुढ़वों की रवानगी,
और भीगी भीगी सकीना की हैरानगी
और हैरान हुई गुलाबों सी हसीना,
दो थे नईम, सलीम, और एक सकीना |
रह रह के आती थी जुढ़वों की नालिश,
के ज़िन्दगी की थी वोह ही ख्वाहिश,
के ख़ुशी की जन्नत में डूबे और उभरे सकीना,
दो थे नईम, सलीम, और एक सकीना |